What Does shatru nivaran Mean?

Wiki Article



यही हमारी सबसे बड़ी गलती है की हम जीवन का मतलब समझने की कोशिश ही नहीं कर रहे हैं.

यहाँ हम आपको क्या समझाने का प्रयत्न कर रहे हैं सुनिए.

In so undertaking, they turned the primary English club to earn the ecu Cup since Liverpool during the 1983–eighty four time, securing the trophy that has a spectacular comeback victory around Bayern Munich in the ultimate.

ये बहुत ही शांत दिमाग से ध्यान लगाकर समझने की बात है. असल में हम जीवन को शुरुआत से ही गलत समझ रहे हैं. हमें ये कभी नहीं भूलना चाहिए की परमात्मा की शक्ति के आगे हम शुन्य हैं और वो जो सोचते हैं, हम उसके नज़दीक भी नहीं पहुँच सकते.

लेकिन यहाँ ये कहना गलत नहीं होगा की मानव जाती ने परमात्मा को निराश ही किया है. आखिर हम अपने जीवन में कर ही क्या रहे हैं? बस वही खाने – पीने की चीज़ें और सुख सुविधा जुटाने के अलावा हम कुछ सोच ही नहीं रहे हैं.

महिलाओ के लिए शुरू की गयी सरकारी योजनाएं

चाहे जीवन आपको एक ही साथ वह सब कुछ दे भी दे जिसकी आपको इच्छा थी-धन, शक्ति, मित्र- तो कुछ समय पश्चात् आप पुनः असन्तुष्ट हो जाएंगे तथा, कुछ और अधिक चाहेंगे। परन्तु एक ऐसी वस्तु है जो आपके लिए कभी नीरस नहीं हो सकती अर्थात् आनन्द स्वयं। सुख जो कि आनन्दप्रद ढंग से विविध प्रकार का है, यद्यपि इसका सार-तत्त्व अपरिवर्तनीय है, यह ऐसी आन्तरिक अनुभूति है जिसे प्रत्येक व्यक्ति खोज रहा है। चिरस्थाई, नित्य नवीन आनंद ईश्वर है। इस आनंद को अपने भीतर प्राप्त करके, आप इसे प्रत्येक बाह्य वस्तु में भी पाएंगे। ईश्वर में आप चिरस्थाई अक्षय परमानन्द के भंडार को प्राप्त करेंगे।

योगी कथामृत एक आध्यात्मिक गौरवग्रन्थ की रचना

आध्यात्मिक-गुरुवंश परंपरा सोसाइटी का नेतृत्व

यह कल्पना कीजिए कि आपको विश्रान्ति की नितांत आवश्यकता है और तभी आपको यह सजा दी जाने वाली है कि आपको सोने नहीं दिया जाएगा। लेकिन अचानक यदि कोई कहता है, “ठीक है, अभी आप सो सकते हैं।” उस आनंद की कल्पना कीजिए जो आपको सोने से ठीक पहले अनुभव होगा । उसे दस लाख गुना अधिक कीजिए!

Stefanos Tzimas does well to continue his operate and he manages to slot household the unfastened ball Within the Nottingham Forest box to present Brighton a two-0 guide at the town Ground.

ईश्वर का प्रेम, परमात्मा का प्रेम, सम्पूर्ण रूप से ग्रसित करने वाला है। एक बार आप इसका अनुभव प्राप्त कर लें, तो यह आपको शाश्वत परिमंडलों की ओर ले जाता चला जाएगा। वह प्रेम आपके हृदय से कभी भी अलग नहीं किया जाएगा। यह वहाँ प्रचण्ड होगा और इसकी अग्नि में आप परमात्मा के महान् चुम्बक को पाएंगे जो दूसरे व्यक्तियों को आपकी ओर खींचता है और वे सब कुछ जिनकी आपको वास्तव में आवश्यकता या इच्छा है, आपकी ओर आकर्षित करता है।

मैं आपको सच्चाई से बताता हूँ कि मुझे सभी प्रश्नों के उत्तर मिल गए हैं, मनुष्य के द्वारा नहीं, अपितु ईश्वर के द्वारा। वे हैं। वे हैं। यह उनकी चेतना है जो मेरे माध्यम से आपसे वार्त्तालाप करती है। यह उनका ही प्रेम है जिसके विषय में मैं बोलता हूँ। रोमांच पर रोमांच! मृदुल शीतल पवन की भाँति उनका प्रेम आत्मा में अनुभव होता है। दिन और रात, सप्ताह-प्रति-सप्ताह, वर्ष प्रति वर्ष, यह बढ़ता ही जाता है- आप नहीं जानते कि इसका अन्त कहाँ है। और आप में से प्रत्येक व्यक्ति इसी की खोज कर रहा है। आप सोचते हैं कि आपको मानवीय प्रेम और समृद्धि चाहिए, परन्तु इनके पीछे तो यह परमपिता ही हैं जो आपको पुकार रहे हैं। यदि आप here अनुभव करें कि वे उनके सभी उपहारों से महान् हैं तो आप उन्हें प्राप्त कर लेंगे।

देखिये जीवन तो भगवान् ने सभी प्राणियों को दिया ही है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है की परमात्मा ने इंसान को क्यों बनाया. इतना तो आप सब जानते ही होंगे की सभी प्राणियों में परमात्मा ने इंसान को सर्वश्रेस्ठ बनाया है.

Report this wiki page